फिर पूछ रहा मेरा पता,कहर का मंजर,,उससे कहो ठहरे आखरी स्वास तो भर लूं।एक बार निहारू में, मुल्के ताज तिरंगा,,फिर हाथ मस्तक से लगा जय हिंद तो कह लूं।। ©sasisya vidrohi saheedo ko naman #IndianArmy