Nojoto: Largest Storytelling Platform

यह जज्बाती इश्क़ तेरा मेहताब सा, तारों को पहरे पर ब

यह जज्बाती इश्क़ तेरा मेहताब सा,
तारों को पहरे पर बिठा कर मुस्कुराता
है चांद सा,
कैसे इंकार करूं तू लगता है मुझे 
बहुत प्यारा सा,
यह जज़्बाती इश्क़ तेरा मेहताब सा,
कभी बादलों में छुप जाता कभी 
चांदनी का सहारा लेता,
तुम मुझे लगता एक छुपा रुस्तम सा,
यह जज्बाती इश्क़ तेरा मेहताब सा,

©Deepti Garg
  #DhakeHuye #deeptigarg