जब बिटिया अम्मा हो जाए अपनी छुटकी बिटिया को, मैं अम्मा कहता हूं, हसी खुशी मुस्करा कर के, उसकी डांट सहता हूं, उसके होंटों की मुस्कान के लिए सब सह सकता हूं, अम्मा के मन उदासी की धूप, चुभती मेरे मन को,