ये धुआँ तेरी यादों का, मुझको घेरे रहता है। ज़हन में तेरा ख़याल, साँझ सबेरे रहता है। फुर्सत मिलती नहीं, तेरी यादों से निकलने की। और ज़माना मुझको, पागल दीवाना कहता है। #धुआँ_शब्द अपनी इच्छा से लिखें #शब्द_अनकहे_एहसास #अनकहे एहसास #lovequotes #अल्फ़ाज़_ए_साहिल #मेरी_ख्वाहिश Time period :24hours