मुझको पर्व मनाने दो मुझको गर्व मनाने दो चुक गई यदि मूल्यों की थाती अवसर नवीन उपजाने दो वन्दे मातरम गाओ तुम स्पंदन भारत दोहराने दो निष्ठा में त्याग सन्निहित है समझो कुछ! कुछ जतन करो धीरज के अंकुर आने दो ये भ्रष्टाचार का रोग अजीर्ण संयम नियम पालो, मिट जाने दो इतना तो कोई कठिन नहीं श्रम को नित धर्म उपजाने दो नैतिकता से क्षुधा मिटाओ तुम जन जन को सुख से खाने दो ये आज़ादी का गर्व पर्व सबका है सबको मनाने दो अपने मन का परचम नभ में शाश्वत सबको लहराने दो #toyou #yqmycountry #nation #yqlove #peace #coexistence