कभी न कभी सुनता तो है खुदा भी किसी का कोई आंसू ज़ाया नहीं जाता। कैसे मुस्करा लेते है लोग कैसे समझाएं टूटे हुए दिल से, रिश्ता निभाया नहीं जाता। तुमसे उम्मीद थोड़ी ज्यादा है हमे, हर बार हाल ऐ दिल जुबान से बताया नही जाता। जानते हैं हम, जानते तुम भी हो सब फिर भी कुछ हमसे जताया नहीं जाता। हाल ए दिल