रुख़्सत हुआ तो आँख मिला कर नहीं गया वो क्यूँ गया है ये भी बता कर नहीं गया वो यूँ गया कि बाद-ए-सबा याद आ गई एहसास तक भी हम को दिला कर नहीं गया शहज़ाद अहमद ©shailesh pandit #ruksat