हाँ - हाँ वद से भी बुरा हुँ मैं फिर भी मुझसा अच्छा कोई नहीं | गुनाहों के साथ साथ खड़ा हुँ मैं फिर भी मुझ सा अच्छा कोई नहीं | नेकी के नाम से अक्सर डरा हुँ मैं फिर भी मुझ सा अच्छा कोई नहीं | है खबर गुनाहों से भी बड़ा हुँ मैं फिर भी मुझ सा अच्छा कोई नहीं | समझदारी की बात पे लड़ा हुँ मैं फिर भी मुझ सा अच्छा कोई नहीं | ग़लत होकर भी ज़िद्द पे अड़ा हुँ मैं फिर भी मुझ सा अच्छा कोई नहीं | हज़ारों के भीड़ में भी तन्हा रहा हुँ मैं फिर भी मुझ सा अच्छा कोई नहीं | ग़लत पाकर खुदको कई बार मरा हुँ मैं फिर भी मुझ सा अच्छा कोई नहीं | गुस्ताख़ी-दर-गुस्ताख़ी कर रहा हुँ मैं फिर भी मुझ सा अच्छा कोई नहीं | हाँ हाँ साबिर इंसान-ज़ादा जो हुँ मैं....!!! इंसान-ज़ादा(Human) जो हुँ मैं #yqbaba #life #homosapiens #insaan #mistakes #poetry #inspirationalquotes