क्या कहता है क्यूं दिल इतना रोता है दर्द है कहीं दिलों में फिर भी चुप क्यूं रहता है दिल की पुकार सुनिए ज़रा यह क्या कहता है ©Babita Singh एक कोने में कैद है कही दिल में कोई बात जो सिर्फ़ आईने के सामने ही दिखता है भीतर नही ✍️✨🫂