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ईश्क ए बनारस में मैं अस्सी घाट हो चुकी हूं! जीवन क

ईश्क ए बनारस में मैं अस्सी घाट हो चुकी हूं!
जीवन के यथार्थ को देख मणिकर्णिका अशमसान हो चुकी हूं!!
अब ना ख्वाहिश ना तमन्ना ना मुराद है कोई!
इक झलक पा के मैं मुक्कमल हो चुकी हूं|

©B Jha
  #बनारसी _प्रेम
bjha8518572018847

B Jha

New Creator

#बनारसी _प्रेम

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