#Worldsmileday खुशी बाटने से पहले भरपूर खुशी रख लेता हूँ ये खुशी अजब जलाऊ लकड़ी सी है मैं अपने घर रखता और बगल के घर के जलते है फिर खुशी में दुख को छिड़क डाला सबसे थोड़ा थोड़ा दुख ले डाला हर दुख में अपने को जड़ डाला हर दुखी को अपना कह डाला सारे दुखी सुखी मेरे से मैं भी सुखी संबके रेडे से सुखदुख