इस कदर वाकिफ है मेरी कलम मेरे जज़्बातों से, अगर मैं इश्क़ लिखना भी चाहूं, तो इंक़लाब लिख जाता हूं। ©KK. Ajay #nojotohindi #vichar #kkajay #28september #bhagatsingh