ग्रहणी बिना किसी उम्मीद के अपना फर्ज निभाती हूँ मैं , 24x7 हुकम बजाती हूँ मैँ ........ बदले मैं सिर्फ अपनेपन का एहसास चाहती हूँ, कमियां मेरी बेशक गिनाते रहो , बस कभी कभार "शाबाश " चाहती हूँ मैँ ....... Homemaker