White जब सियासत में सनी हों लहू रंजित रोटियां चांद-चंदन में बँटी हों जब सियासी गोटियां सत्य तब तक सिसकता है खोह में गुमनाम सा नोचते हैं जबतलक..छिद्रान्वेषी बोटियाँ...। डॉ.बृजेश ©डॉ. बृजेश #political_anamoly