रगों में श्याही,लिखावट में तंज है, समाज को आईना दिखा दे, वही प्रेमचंद है,वही प्रेमचंद है ।। उसके फटे जूते भी सवाल करते है, जानवर भी जिसके गर्दन उठाने की मजाल करते है, जो दिलों पे गबन करके भी संत है, वही प्रेमचंद है,वही प्रेमचंद है ।। #birthday #munshipremchand #commonman #writer #yqbaba #yqdidi #tribute #hindi