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चढ़ा बुखार इश्क़ का तो मन खुशी से झूमने नाचने लग



चढ़ा बुखार इश्क़ का तो मन खुशी से झूमने नाचने लगा,
मन खुद को लैला और मजनू से भी बढ़कर समझने लगा।

खोया रहने लगा बस उसी के ख्वाबों खयालों में रात- दिन,
राते गुजरने लगी सूने आसमान को देखकर तारे गिन गिन।

एक झलक देखकर ही प्यार के सपने सजाने लगा था दिल,
उसके घर का पता ढूंढ़ ढा़ढ़ के चल दिया उससे मिलने दिल।

राह काटना मुश्किल था दिल नए नए सपने बुनने में था गुम,
टकराए अजनबी से गिरे मुंह के बल हुई दिमाग की बत्ती गुल।

दिल खुशी से झूम उठा जब आंखें खोली तो उसे सामने पाया,
यकीन हो गया खुदा पर खुदा ने था फिर से उससे मिलवाया।

थोड़ी देर में एक अजनबी हाल चाल पूछने उस कमरे में आया,
मेरे महबूब के कांधे पर हाथ रखकर उसे अपनी बेगम बताया।

जितनी तेजी से चढ़ा था बुखार इश्क़ का उतनी तेजी से उतर गया,
बनना चाहता था उसके बच्चों का अब्बा देखो मामू जान बन गया।
-"Ek Soch"



 २)हास्य रस - हास्य /हास
      दूसरों की चेष्टा करने से हास उत्पन्न होता है ।वाणी, रूप, अंतर्गत वेशभूषा आदि विकारों का समावेश होता है ।
✔️समय - 28 1 मार्च रात 12 बजे तक

✔️यह सब्सक्राइबर्स के लिए विशेष प्रतियोगिता है । अधिक जानकारी के लिए पिन paid story पढ़े।

✔️रचना लिखने के बाद पिन paid पोस्ट पर 'हास्य रस' ऐसा कमेन्ट करे । याद रहे इस पोस्ट का कमेंट ऑप्शन बंद है । आपको पिन पोस्ट पर कमेंट करना है ।


चढ़ा बुखार इश्क़ का तो मन खुशी से झूमने नाचने लगा,
मन खुद को लैला और मजनू से भी बढ़कर समझने लगा।

खोया रहने लगा बस उसी के ख्वाबों खयालों में रात- दिन,
राते गुजरने लगी सूने आसमान को देखकर तारे गिन गिन।

एक झलक देखकर ही प्यार के सपने सजाने लगा था दिल,
उसके घर का पता ढूंढ़ ढा़ढ़ के चल दिया उससे मिलने दिल।

राह काटना मुश्किल था दिल नए नए सपने बुनने में था गुम,
टकराए अजनबी से गिरे मुंह के बल हुई दिमाग की बत्ती गुल।

दिल खुशी से झूम उठा जब आंखें खोली तो उसे सामने पाया,
यकीन हो गया खुदा पर खुदा ने था फिर से उससे मिलवाया।

थोड़ी देर में एक अजनबी हाल चाल पूछने उस कमरे में आया,
मेरे महबूब के कांधे पर हाथ रखकर उसे अपनी बेगम बताया।

जितनी तेजी से चढ़ा था बुखार इश्क़ का उतनी तेजी से उतर गया,
बनना चाहता था उसके बच्चों का अब्बा देखो मामू जान बन गया।
-"Ek Soch"



 २)हास्य रस - हास्य /हास
      दूसरों की चेष्टा करने से हास उत्पन्न होता है ।वाणी, रूप, अंतर्गत वेशभूषा आदि विकारों का समावेश होता है ।
✔️समय - 28 1 मार्च रात 12 बजे तक

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