ए शिकवा-ए-बुतां, ये दिल मुसलकल तुम्हें याद करता हैं, अरे ओ बेरहम, तुम्हें जानने की जिज्ञासा में, ये शाम आज भी गुज़र जाएगी आज भी शाम गुज़र जाएगी हमको तन्हा कर जाएगी... #शामगुज़रजाएगी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi