मोहब्बत को बांध के रख ले ऐसी कहीं कोई जंजीर नहीं। मोहब्बत को रोक कर रख ले ऐसी कहीं कोई दीवार नहीं। इतिहास गवाह है जब भी मोहब्बत ए यार को रोका गया है। तब तब जुनून ए मोहब्बत और बढ़ी और भी गहरी ही हुई है। मोहब्बत की राहों में गर चलना है तो बस आगाज कीजिए। मोहब्बत ए अंजाम की फिक्र में न खुद को बर्बाद कीजिए। इतिहास गवाह है यहां कि हर मोहब्बत मुकम्मल नहीं होती। आधी अधूरी मोहब्बत के साथ ही खुद को आबाद कीजिए। -"Ek Soch" 🎀 Challenge-259 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। 8 पंक्तियों में अपनी रचना लिखिए।