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ना दिन ढंग से गुजरता है, ना रात को नींद आती है, क्

ना दिन ढंग से गुजरता है,
ना रात को नींद आती है,
क्या करूँ मैं ऐ दोस्त मेरे,
तेरी याद बहुत सताती है ….

©Shaurabh saurabh pandey
ना दिन ढंग से गुजरता है,
ना रात को नींद आती है,
क्या करूँ मैं ऐ दोस्त मेरे,
तेरी याद बहुत सताती है ….

©Shaurabh saurabh pandey
shaurabh8971

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