अकेले वो तकिया को बाहों में करती होगी. खुदा जाने अब उसकी कैसी बस्ती होगी. मुझसे लिपटकर जो लड़की रोती थी. मुझसे बिछड़ कर जाने कब हंसती होगी l #$.P.✍️ अकेले वो तकिया को बाहों में करती होगी. खुदा जाने अब उसकी कैसी बस्ती होगी. मुझसे लिपटकर जो लड़की रोती थी. मुझसे बिछड़ कर जाने कब हंसती होगी l #$.P.✍️