Nojoto: Largest Storytelling Platform

सर्दी में गर्मी का एहसास हो तुम मखमली लिबास में लि

सर्दी में गर्मी का एहसास हो तुम
मखमली लिबास में लिपटा शायर का ख़्वाब हो तुम
जो ना हो कभी कम वो इश्क़ का सैलाब हो तुम
जन्नत का आफताब हो तुम
महताब को भी शीतलता सिखा दे वो चांद हो तुम 
तुम हो वो जो हीरे को शरमाने का एहसास करा दे
ऐसा नायाब जवाहरात हो तुम

©Dr  Supreet Singh
  #मेरा_प्यार