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"everywhere" "महकती सुबह हो तुम और ढलती शाम भी तुम

"everywhere"
"महकती सुबह हो तुम और ढलती शाम भी तुम हो,
तुम्ही से गुमनामी भी है ,और मेरी पहचान भी तुम हो।".......
.......@संजीव चौहान SS# #bebajah
"everywhere"
"महकती सुबह हो तुम और ढलती शाम भी तुम हो,
तुम्ही से गुमनामी भी है ,और मेरी पहचान भी तुम हो।".......
.......@संजीव चौहान SS# #bebajah