पुरानी नफरतों को भूलकर नए साल का इस्तकबाल करें गमों में उलझी है जिंदगी फिर भी मिलकर धमाल करें धरा बन जाए जन्नत हर जगह तरन्नुम खुशियों की बनती रहे अंधेरे घरों में रौशनी देकर दुआओं से घर मालामाल करें #newyear #celebrate