Kashmir धीरे धीरे बदल रही है भारत की तस्वीर। गद्दारों के चंगुल से आज़ाद हुआ कश्मीर। धरती की जन्नत के तुमने घाव किये नासूर। आतंकी गद्दारों के अब हुए इरादे चूर। कांप रहे हैं ढोंगी सेवक ,पत्थर वाले हाथ। हैं जिहाद नापाक अरे हो कैसे उनका साथ। अब्दुल्ला, महबूबा की तो सिट्टी पिट्टी गोल। किसे पता था ढोल फटे बिन खुल जाएगी पोल। 35 A अरु 370 ध्वस्त हुए अनुच्छेद। दशक लगे हैं सत्तर लेकिन मिटे आपसी भेद। नाप रहे आकाश की छाती लेकर इंची टेप। खुद ही खुद का कर बैठे हैं आतंकी ये रेप। नेहरू गांधी वाली नीति, हुई आज है फेल। शाह मोदी के चक्रव्यूह ने,कसदी नाक नकेल। क्रमशः...😊🇮🇳🇮🇳😊 - अनहद गुंजन अग्रवाल #kashmir