Nojoto: Largest Storytelling Platform

खिचड़ी की हांडी दूर थी,लौ से पकना असम्भव था। मशरूफ

खिचड़ी की हांडी दूर थी,लौ से पकना असम्भव था।
मशरूफ रहे दिए में,क्योंकि जला हुआ बुझाना संभव था।। #स्वरचित © #तपिस #दिये #तारीफ #सब #काश #कोई  #YourQuoteAndMine
Collaborating with अविनाश पाल "शून्य"
खिचड़ी की हांडी दूर थी,लौ से पकना असम्भव था।
मशरूफ रहे दिए में,क्योंकि जला हुआ बुझाना संभव था।। #स्वरचित © #तपिस #दिये #तारीफ #सब #काश #कोई  #YourQuoteAndMine
Collaborating with अविनाश पाल "शून्य"
nojotouser8696029376

साहस

New Creator