Nojoto: Largest Storytelling Platform

ये चराग़ जो बुझ रहें हैं सहर तक उन्हें जलाये रखना

 ये चराग़ जो बुझ रहें हैं सहर तक उन्हें जलाये रखना होगा
 कि इस अमावस में अब उम्मीदों पे हि रोशनी का फ़रीज़ा है

    20/4/21
 ये चराग़ जो बुझ रहें हैं सहर तक उन्हें जलाये रखना होगा
 कि इस अमावस में अब उम्मीदों पे हि रोशनी का फ़रीज़ा है

    20/4/21