खुले आसमान में पंख फैलाए उड़ जाए सुदूर देश की ओर उलझनों से बेफिक्र होकर खुशियों का संसार सजाए सपनों की ऊंची उड़ान जा पहुँचे सितारों तक निश्छल मन अविचल हो मुश्किलों से कभी नहीं घबराए गर मुमकिन हो तो अपना बचपना थोड़ा सा दैनिक जीवन में दिखलाएं आज़ाद पंछी अपनी मर्जी के कुछ पल को परिंदों वाली ज़िन्दगी का लुत्फ उठाए परिंदों वाली ज़िंदगी याद करते हैं तो आसमान छोटा मालूम होता है। ख़ैर, वक़्त तो अभी भी है। जीने की कोई उम्र तो नहीं होती। Collab करें YQ Didi के साथ। #परिंदोंवालीज़िंदगी