#eyeflu किया वादा तो सात जन्मों का था, फिर क्यों हांथ छुड़ाती हो कहा था रहूंगी हर सुख दुख में संग, फिर क्यों आज़ घबड़ाती हो तुम तो कहती थी मेरी आंखों में तुम्हे दिखती हैं दुनियां अपनी सारी कहों प्रिये क्यों ना अब तुम मेरी आंखों से अपनी आंखे मिलाती हो रखती हो नज़रों पे हरदम ये काला सा चश्मा, क्यों नहीं नैनों के अब पेंच लड़ाती हो.. ✍️ ख़ुदरंग... ✍️ ©Cwam Xharma