लिबास बदल कर मुझे, किरदार बदलना नहीं आया मशगूल होकर दुनिया में भूलना तुझे, मुझे नहीं आया शाम-ए- गुफ्तगू कर लेता है तू तो रकीब के साथ अंदाज़- ए- गुफ्तगू मुझे अपनो से भी नहीं आया #JanWaR🐅 #JanWaR🐅 #alone