अच्छा और सच्चा दोस्त एक फूल है जिसे हम तोड़ भी नहीं सकते और अकेला छोड़ भी नहीं सकते अगर तोड़ लिया तो मुरझा जायेगा और छोड़ दिया तो कोई और ले जायेगा आमीन अख़्तर ईदरीसी