भगवान के नाम पर उसे लगातार पीटा जा रहा था। इस आजादी से बेहतर तो वो गुलामी थी कम से कम हिंदुस्तानी तो थे आज सिर्फ हिन्दू मुस्लिम बनकर रह गए इस आजादी से बेहतर