दऱख्त-ए-मेहरबाँ उसके क़र्ज़-ए-मुरव्वत को इस क़दर लौटाया जाएगा, दऱख्त-ए-मेहरबाँ को इसकी इल्म-ओ-आगही ना थी| दी जिस बशर-दोस्त को पनाह शुआ'-ओ-शम्स से, वो ये कर्ज़ तबर से लौटाएगा, दऱख्त-ए-मेहरबाँ को इसकी मा'रिफ़त ना थी| दऱख्त-ए-मेहरबाँ #yourquote #yourquotebaba #yourquotes #yourquotedidi #yourquotediary #yourquotehindi #poetry #shayari