जब जब याद सुनहरी उसकी आती है , बीते हुए लम्हें संग वो लाती है जीवन को मेरे इंद्रधनुष सा वो रंग जाती है , एहसास सुखद वो फिर करा जाती है तब एक पगली लड़की के बिना जीना गद्दारी लगता है और उस पगली लड़की के बिना मरना भारी लगता है । जब सूरज धूप बिखेरता है आँगन में उससे मिलने की आस जाग उठती है मन के प्रांगण में जैसे दी हो आवाज पर्वतों में मैंने कभी उसको लौट आता है उसके नाम का नाद फिर मेरे कर्णों तक तब एक पगली लड़की के बिना जीना गद्दारी लगता है और उस पगली लड़की के बिना मरना भारी लगता । जब आँखे बंद मैं करता हूं ,एक तस्वीर अनायास नजर आती है , जब सांसें मैं लेता हूं ,एक भीनी सी खुश्बू रूह में बस जाती है जब हाथ खुद के खंगालता हूं ,एक खालीपन सा लगता है जब जाते हुए उसको पुकारना ,एक सवाली सा लगता है तब एक पगली लड़की के बिना जीना गद्दारी लगता है और उस पगली लड़की के बिना मरना भारी लगता । पगली लड़की Inspired by Dr kumar vishwas sir #yqbaba #yqdidi #kumarvishwas #pagli_ladki