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वाह दरवाज़े पर खड़ी थी में खिड़की के पास खड़ा था उ

वाह दरवाज़े पर खड़ी थी
में खिड़की के पास खड़ा था
उसको देखते ही में अंदर ही अंदर शर्मा रहा था..
जब उसकी नज़र हम पे पड़ी.. 
तो वो भी शर्मा के अंदर चले गई..
में भी ये सोच कर कुश हुआ ..चलो..अब मेरे जैसे बावनाए उसके दिल में भी है. #मिनीकहानी #कोशिश
वाह दरवाज़े पर खड़ी थी
में खिड़की के पास खड़ा था
उसको देखते ही में अंदर ही अंदर शर्मा रहा था..
जब उसकी नज़र हम पे पड़ी.. 
तो वो भी शर्मा के अंदर चले गई..
में भी ये सोच कर कुश हुआ ..चलो..अब मेरे जैसे बावनाए उसके दिल में भी है. #मिनीकहानी #कोशिश
kulkarnik1101

lalitha sai

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