भुलानी हो अदावत तो मुबारक ईद बोलें हम दिलों में हो मोहब्बत तो मुबारक ईद बोलें हम गिले शिकवे बहुत हैं पर गले मिलने की चाहत है अना जो दे इज़ाज़त तो मुबारक ईद बोलें हम -अमूल्य मिश्रा