“ जगह की क़ैद नहीं थी कोई कहीं बैठें , जहा मकाम हमारा था हम वहीं बैठें , अमीर ए शहर के आने पे उठना पड़ता हैं, लिहाज़ा पहली सफ़ में कभी नहीं बैठें ” #Gazali 🦂• #Gül@@m é Àlì F@kéér Mú@vìy@ z@f@r g@z@lì