दुःख के पहाड़ छटते जरूर है आसमाँ पर छाए कितने भी काले बादल हटते जरूर है ना घबरा दुःख को देखकर इतना सुख के सूरज निकलते जरूर है याद रहे पेड़ सदा सूखा नही रहता शाखाओं पर पत्ते आते जरूर है बंजर धरती कभी बंजर नही रहती उस पर कभी फूल उगते जरूर है भले ही पँछी कितने हो घायल उड़ान अपनी भरते जरूर है ©Dr Manju Juneja #दुख #बादल #जरूर #आसमा#पँछी #अपनी #उड़ान #भरते #पेड़ #Darknight