सुबह सुबह आती हैं कई मधुर आवाज़े खिड़की दरवाजों से,
खिड़की से घुसपैठ करते पलास के पेड़ से गौरिया ,कोयल और मैना की चहचाहट,
बिल्डिंग के दूसरे छोर पर बने मंदिर से सुबह की आरती फिर कीर्तन,
थोड़ी दूर बनी मस्जिद से नियत समय पर होती अज़ान,
मोहल्ले के स्कूल से राष्ट्रगान की,
गलियों में खेलते बच्चों की मासूम खिखिलाहट।
सुबह सुबह आती हैं कई मधुर आवाज़े खिड़की दरवाजों से, लेकिन सिर्फ मधुर आवाज़ें ही नहीं आती, #yqbaba#yqdidi#संवेदनाएँ#व्यंग्य#इंसानियत#पड़ोस#सामाजिकता