जैसे कुछ हुआ ही नही देश अर्थव्यवस्था खुली आम जनता का स्वागत लघु उधोग का बगावत पुरजोर ऊर्जावान आहट जैसे कुछ हुआ ही नहीं घटना की तारतम्यता जटिल तकनीकी पक्ष जन सामान्य देश स्तर सहज स्वीकार बदलाव जैसे कुछ भी नहीं हुआ प्रबुद्ध मंडल पर भरोसा देशज असीमित भरोसा जी!कल्याणकारी जनता आत्मसात करती,कल्याणकारी सरकार।। घटना हेतु तैयार,दुर्घटना पर हाहाकार।। लम्हा लम्हा बदलती हुई ज़िन्दगी में बदलते हुए हम। #हुआहीनहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #love #poetry