Nojoto: Largest Storytelling Platform

कल तक उड़ती थी जो मुंह तक, आज पैरों से लिपट गई चंद

कल तक उड़ती थी जो मुंह तक, आज पैरों से लिपट गई
चंद बूंदे क्या बरसी बरसात की, धुल की फितरत ही बदल गई।

©Sam
  #rimjhim
samedatt2026

Sam

New Creator
streak icon44

#rimjhim

297 Views