घर की उम्मीद बहुत छोटी बची थी कट गए मजदूर महज बोटी बची थी जी रहे थे मर मर के उम्र जिसकी खातिर लाश के बगल में वही रोटी बची थी # औरंगाबाद, महाराष्ट्र ट्रेन हादसा 😢😢 # #ट्रेन_हादसा