भक्ति में शक्ति है अपार, कर लो इसको सब जन स्वीकार। जिसे ढूंढते इधर-उधर हम, भक्ति ही है वह अमृत्व का द्वार। भक्ति से प्रेम की गागर भर लो, इसकी महिमा है अपरंपार। मोह-माया को तज कर देखो, मिल जाएंगे तुमको सर्वाधार। 🌝प्रतियोगिता- 26 🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌷"भक्ति में शक्ति"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I