ना जाने क्यों मेरे दिल को किया हो गया अब ना तो इश्मे कोई खुशी का सागर लहराता है। और ना ही गमो के आंसू निकलते हैं। एक दम सुन सा हो गया। है हिर्दय ऐसा लगने लगा है जैसे जीना ही भूल गया हूं। अब बस कोसने के अलावा कुछ और नहीं है।मेरे पास प्यार किया है काहे बनाया राम ने कोई आए मेरा दिल थामने...... दिल की कलम से।...