Nojoto: Largest Storytelling Platform

सफ़रनामा अधखुली सी पलकों मे

                      
सफ़रनामा 
अधखुली सी पलकों में, लावा सा एक  सुलगता है,
सो जाते हैं अरमान जब ,तब ख़्वाब नया जगता है,

चले  जा  रहे  हैं ,  एक   अंतहीन  सफ़ऱ की ओर,
मेरे क़दमों की चाल देख,हर कोई मुझको तकता है,

अकेले हैं इस सफ़ऱ में , कोई कारवाँ साथ नही है,
ज़िन्दगी है थोड़ी सी , बहुत  लंबा  मगर  रस्ता है,

डर डर के कदम रखे थे ,पहचानी सी राहों मे भी,
अजनबी चेहरों को देख,दिल जोर से धड़कता है,

पहचान एक नई मिली, जब ढ़ली मैं एक किरदार में,
नाम एक खनकता हुआ ,उस किरदार में झलकता है,

खो   गई  थी  मैं  कभी , इस  दुनिया  की   भीड़ में,
कभी तन्हाइयों से डरती थी,अब भीड़ से डर लगता है।

-पूनम आत्रेय

©poonam atrey
  #सफरनामा  Sethi Ji PRIYANK SHRIVASTAVA 'अरमान' Sita Prasad Anshu writer Vijay Besharm  Reema Mittal  @Dil_E_Nadan kumar samir Madhusudan Shrivastava sana naaz  अदनासा- Puja Udeshi Praveen Jain "पल्लव" shashi kala mahto Deepiitd  Niaz शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन ) Badal Singh Kalamgar Manish।।।।। Kirti Pandey  अब्र (Abr) Rakesh Srivastava Yogendra Nath Yogi Navash2411 ANIL KUMAR,)  "ARSH"ارشد वंदना .... hardik Mahajan Saloni Khanna Bhardwaj Only Budana  Ashutosh Mishra Suresh Gulia SURAJ PAL SINGH Bhardwaj Only Budana भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन  Poonam Suyal Lalit Saxena पथिक.. R K Mishra " सूर्य " Shilpi Singh  Babli BhatiBaisla काव्यार्पण Sunita Pathania अभिलाष द्विवेदी (अकेला ) एक अनपढ़ शायर Urvashi Kapoor