सुनो, मेरी उदासी बड़ी अच्छी वफ़ादार हो तुम बड़ा लंबा सफ़र हमने एक साथ तय किया है तो क्यों ना अब तुम थोड़ा ठहर जाओ थोड़ा सफ़र अब खुशियों के साथ भी तय करे तुम कभी कभार हमसे मिलने आया करना क्यों के बिन तेरे खुशी का ऐहसास नही होता तू ही होती है जब कोई अपना साथ नही होता _Soor #khat #udsi #soor_wordss