non veg खाने वालों ज़रा मुड़ के देखो इन्हे ये भी जान वाले है, हमारी तरह इनको भी हक़ है खुशियाँ से जीने का बच्चे वाले ये भी है बिलकुल हमारी तरह मांस खाने से पहले सुन लो चीखे इनकी इन्हे भी दर्द होता है बिलकुल हमारी तरह देखी है मैने विडिओ इनके कत्लेआम की डरे सहमे रहते है ये एक लाइन मे कब कटेगा गा ये सर और छट पटायेगा जिस्म, मागेगा ये भीख अपने प्राण की non veg खाने वालों ज़रा मुड़ के देखो इन्हे दूध पीते है हम गाय माता का, जो बनाया है भगवान् ने छोटे से बछड़े के लिए पी जाते है हम,छीन लेते है हक़ किसी के जीने का माँ को कर देते है अपने बच्चे से जुदा भेज देते बात उसको कतलखाने मे, माँ का दामन तो छीना और जिस्म भी बेच दिया, कटने को बेरहमी से, इस बाजार मे कोई भी जानवर नहीं सुरक्षित यहाँ, हर तरह से निचोड़ा जाता है इन्हे पैसा कमाने के लिये कैसा इंसान है कितना है मतलबी पालता है जानवर, एक दिन मार डालने के लिए बंद करो ये कत्लेआम, ये बिलकुल ठीक नहीं डरो उस भगवान् से जिसने सभी को, देकर लाल खून, मास, मज़्ज़ा, दिल मे प्यार जो तुम करते हो अपने बच्चों से, क्या फरक हो गया की ये बेजुबान है, लड़ नहीं सकते हम से कितने नादान है, चिल्ला और रो सकते है अपनी जान की भीख मांगकर non veg खाने वाले जरा