चाँद सब संगी साथी है रोशनी के...अंधेरो में तो बस उदासी ही साथ आती है, कोई नहीं करता फ़िर दीदार उस "चाँद" का...जब-जब उसके "ग्रहण" की रात आती है। #चाँद#शायरी# नोजोटो