इतना सन्नाटा है हर तरफ कोई नजर नहीं आ रहा है।। आजाद परिंदों को देखकर समझ आया आज वक़्त हमारा नहीं रहा उनका आ रहा है ।। ना जाने भगवान यह खेल रचाकर इंसान को कौन सा पाठ पढा रहा है? # सुनसान रास्ते