#MessageOfTheDay सबक खेल सके जो जज्बातों से, पहले तो उसको हक दिया। खुद ही हमने दिल अपना, उसके कदमों में रख दिया। जिसे समझा मैंने रब जैसा, निकला वो भी सब जैसा। हमने चाहा मरहम जो उससे, ज़ख्मो को मेरे नमक दिया। मतलब पाकर दिल ठुकराकर, साथ के बदले सबक दिया। ©Shailendra Shail #Jitnidafa #Poetry #Messageoftheday Rajul RP Neelam