रुक ज़रा संभल ज़रा क्यों तू रो रहा अस्तित्व की तलाश में क्यों तू भाग रहा तेरा वजूद तेरे अंदर ही है क्यों तो भूल रहा स्वयं को जान ले मत भाग जमाने की होड़ में बन जा अर्जुन क्यों तू कृष्ण को भूल रहा ©Dr. H(s)uman , Homoeopath #अर्जुन